धार्मिक स्थल, विश्व धरोहर

ॐ जय कार्तवीर्य हरे, ॐ जय महावीर्य हरे। हम भक्तों के कष्ट प्रभु, हर पल दूर करे ।।ॐ जय ।। कार्तिक सुदी सप्तमी पर वसुंधरा धन्य तरे। विष्णु कृपा से चक्र सुदर्शन, कार्तवीर्य रूप धरे ॥ ॐ जय ।। दस वर दिन्ही गुरूदत्ता, सहस्त्र भुजा धरे। क्षात्र धर्म की दीक्षा लेकर, जन कल्याण करे |…Read more
इतिहास काल को चूर चूर करने वाले प्रतापी राजा के वंश कलचुरी कहलाये। सहस्त्रार्जुन जी के छः पीढ़ी बाद बलभद्र यानी बलराम का जन्म हुआ जो कि कृष्णा भगवान के अग्रज थे । आज भी देश के कई जगह जगनाथ मंदिर जहां भी है । उसमें बलभद्र सुभद्रा और कृष्णा की प्रतिमाये स्थापित हैं। कलचुरी…Read more